Saturday, February 20, 2010

जनसंख्या वृद्धि बड़ी चुनौती : डीएम

एक प्रतिनिधि, गोरखपुर : महिलाओं का कमजोर स्वास्थ्य, तथा जनसंख्या वृद्धि विकास के मार्ग में मुख्य चुनौती है। साथ ही यह अनेक सामाजिक बुराईयों की जड़ है। संयुक्त परिवार में बुजुर्ग एवं वृद्ध महिलाओं की घर के निर्णयों में अहम भूमिका होती है। उन्हें विश्र्वास में लेकर बच्चों के सही पोषण एवं बच्चों में उत्पन्न होने वाली समस्याओं का निदान सही जानकारी के माध्यम से किया जा सकता है। उक्त विचार जिलाधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने शुक्रवार को गोरखपुर क्लब में आयोजित जिला स्तरीय सास-बहू सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किया। कार्यक्रम के उद्घाटन के बाद उन्होंने कहा कि शासन के निर्देश के अनुसार मातृत्व तथा बाल स्वास्थ्य सेवाओं को सास-बहू सम्मेलन के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाना है। साथ ही नवजात को समय से टीके लगवाने, छोटे परिवार, बच्चों को सही शिक्षा व पोषण, घर में शौचालयों का निर्माण, दहेज प्रथा का अंत करने की बात के साथ लड़कियों की शादी 18 वर्ष से पूर्व तथा लड़कों का विवाह 21 वर्ष से पूर्व नही कराने की सीख दी। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आर.एन. मिश्र ने समस्त अतिथियों का स्वागत करते हुये जिलाधिकारी को विश्वास दिलाया कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन द्वारा संचालित योजनाओं का क्रियान्वयन शासन के निर्देशानुसार सही ढंग से किया जाएगा। मुख्य वक्ता डा. सत्या पाण्डेय ने जन समूह से संकल्प लिया कि वे सुखमय समाज के लिए अपनी बहू-बेटियों को उनकी स्वस्थ संतानों हेतु समय-समय पर आयरन की गोलियां खिलवाएंगे तथा गर्भवती के खान-पान एवं आराम का पूरा ध्यान रखेंगे। इससे पूर्व सम्मेलन में ईश वंदना, स्वागत गान एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में लघु नाटिका, नुक्कड़ नाटक, सोहर व समूह गायन के अलावा खेलकूद प्रतियोगिताएं भी हुई। सम्मेलन में डा. जे.पी. सिंह एसीएमओ ने योजना के अन्तर्गत चलाए जा रहे कार्यो की विस्तृत जानकारी दी। संचालन स्वास्थ्य सूचना अधिकारी ओ.पी.जी राव तथा स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी श्रीमती श्र्वेता पाण्डेय ने किया। सम्मेलन में मुख्य चिकित्साधीक्षक डा. ओ.पी. पारिख, प्रमुख चिकित्साधीक्षक डा. गुलाब गुर्जर, डा. अरुण कुमार, डा. रमेश प्रसाद, अरुण कुमार वर्मा, शशि मौलि रत्‍‌न पाण्डेय, मनीष त्रिपाठी, सैयद फैसल, आदिल फरख, घनश्याम श्रीवास्तव, उपेन्द्र यादव तथा जगदीश आदि मौजूद रहे