Thursday, July 29, 2010

मंडलीय कारागार के कैदियों का स्वास्थ्य परीक्षण

निज संवाददाता,गोरखपुर : रविवार को मण्डलीय कारागार के कैदियों का विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। इस दौरान उन्हें स्वास्थ्य संबंधी रोग व निदान की जानकारी चिकित्सकों ने दी वहीं आध्यात्मिक प्रवचन के जरिये उनमें सुधरने की इच्छा जगाने की कोशिश की गयी। अपराध निरोधक कमेटी के तत्वावधान में कारागार में आयोजित शिविर में संत स्वामी चित्तआत्मानंद ने कहा कि धरती पर अपने कर्म का ही भोग मनुष्य भोगता है। इसलिये सभी भाई-बहन भगवान के नाम का स्मरण कर अपनी भूल के लिए क्षमा याचना कर पाप से मुक्त हो सकते हैं। उन्होंने कैदियों से संकीर्तन भी कराया। अपर जिला मजिस्ट्रेट अखिलेश त्रिपाठी ने कहा कि जेल से बाहर जाने के बाद कैदियों को चाहिए कि वे अपना ध्यान व समय परिवार में लगाएं। इसके पूर्व करीब चार सौ कैदियों का स्वास्थ्य परीक्षण डा.राकेश रमन, डा. स्वरूप मोहंती, डा.नूर आलम, डा.अरविन्द सिंह, डा.एस.एम.सिद्दीकी, डा.अजीज अहमद, डा.लायक अहमद, डा.मनोज, डा.ज्ञानचंद, डा.सुधाकर मिश्र, डा.मुश्ताक अली, डा.बबीता कपूर, डा.मंजुला पाण्डेय, डा.बैलटीना अली व डा. सतीश कुमार ने किया। इस अवसर पर वरिष्ठ जेल अधीक्षक एस.के.शर्मा, जेलर वी.पी.मिश्र, कमेटी के उपाध्यक्ष पी.के लाहिरी, अंगद सिंह, डा.सत्या पाण्डेय, इंदल सिंह, मन्नूलाल कुशवाहा, आनंद कुशवाहा, पवन कुमार व चंद्रप्रकाश दुबे उपस्थित रहे। संचालन डा.हरिशंकर श्रीवास्तव ने किया।

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