एक प्रतिनिधि, गोरखपुर : राष्ट्र के लिए मर मिटने वाले कभी भुलाए नही जा सकते। उनकी याद हर भारतवासी के दिलों में ताजा रहती है। गुरुवार को कारगिल विजय दिवस की वर्षगांठ पर यही नजारा देखने को मिला। कारगिल शहीद गौतम गुरुंग का प्रतिमा स्थल जहां जयघोष से गुंजायमान रहा, वहीं राष्ट्र के सच्चे सपूत गुरुंग को पुष्पांजलि करते वक्त हर किसी की आंखे श्रद्धा से नम थीं। कारगिल दिवस पर कूड़ाघाट चौक पर स्थापित गुरुंग के पास भारत-नेपाल मैत्री समाज ने श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महापौर श्रीमती डा. सत्या पांडेय ने कहा कि आजादी के बाद भारतीय इतिहास में कारगिल विजय सेनानियों की देश के प्रति निष्ठा व बहादुरी का द्योतक है। वर्ष 1999 में हमारे फौजियों ने पाकिस्तान को अहसास करा दिया कि भारत धर्म के मार्ग पर चलने वाला राष्ट्र है। भारत सभी को स्नेह देता आया है, लेकिन जिसने इसकी अखडंता से खेलने की कोशिश की उसे समय-समय पर गौतम गुरुंग जैसे वीर सपूतों ने करारा जवाब दिया है। कारगिल दिवस पर हम नमन करते हैं ऐसे शहीदों पर जिन्होंने अपनी जवान गंवाकर भारत की शान बढ़ाई। महापौर ने कारगिल विजय पर प्रति वर्ष कार्यक्रम आयोजित करने के लिए भारत-नेपाल मैत्री संघ की बेहद सराहना की। कार्यक्रम में संगठन अध्यक्ष मोहन लाल गुप्ता ने महापौर को खुखरी देकर सम्मानित किया। संचालन मुकुल पांडेय ने किया।
This blog is to showcase some news posts dedicated towards Dr. Satya Pandey. Dr. Satya Pandey is a charismatic politician and social worker. She is Mayor of Gorakhpur
Friday, July 27, 2012
शहीद गुरुंग का जयघोष, प्रतिमा पर चढ़े पुष्प
एक प्रतिनिधि, गोरखपुर : राष्ट्र के लिए मर मिटने वाले कभी भुलाए नही जा सकते। उनकी याद हर भारतवासी के दिलों में ताजा रहती है। गुरुवार को कारगिल विजय दिवस की वर्षगांठ पर यही नजारा देखने को मिला। कारगिल शहीद गौतम गुरुंग का प्रतिमा स्थल जहां जयघोष से गुंजायमान रहा, वहीं राष्ट्र के सच्चे सपूत गुरुंग को पुष्पांजलि करते वक्त हर किसी की आंखे श्रद्धा से नम थीं। कारगिल दिवस पर कूड़ाघाट चौक पर स्थापित गुरुंग के पास भारत-नेपाल मैत्री समाज ने श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महापौर श्रीमती डा. सत्या पांडेय ने कहा कि आजादी के बाद भारतीय इतिहास में कारगिल विजय सेनानियों की देश के प्रति निष्ठा व बहादुरी का द्योतक है। वर्ष 1999 में हमारे फौजियों ने पाकिस्तान को अहसास करा दिया कि भारत धर्म के मार्ग पर चलने वाला राष्ट्र है। भारत सभी को स्नेह देता आया है, लेकिन जिसने इसकी अखडंता से खेलने की कोशिश की उसे समय-समय पर गौतम गुरुंग जैसे वीर सपूतों ने करारा जवाब दिया है। कारगिल दिवस पर हम नमन करते हैं ऐसे शहीदों पर जिन्होंने अपनी जवान गंवाकर भारत की शान बढ़ाई। महापौर ने कारगिल विजय पर प्रति वर्ष कार्यक्रम आयोजित करने के लिए भारत-नेपाल मैत्री संघ की बेहद सराहना की। कार्यक्रम में संगठन अध्यक्ष मोहन लाल गुप्ता ने महापौर को खुखरी देकर सम्मानित किया। संचालन मुकुल पांडेय ने किया।
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