Sunday, October 25, 2009

रंगोली कार्यक्रम


मोहद्दीपुर में आयोजित रंगोली सजाओ कार्यक्रम में भाग लेती अखिल भारतीय ब्राह्मण महिला समिति की सदस्याएं एवं अध्यक्ष डा. सत्या पाण्डेय। जागरण

Jagran 21st October

Thursday, October 8, 2009

अखिल भारतीय महिला ब्राह्ममण समिति ने मनाया करवाचौथ

गोरखपुर :अखिल भारतीय महिला ब्राह्ममण समिति ने करवाचौथ के अवसर पर भजन सन्ध्या का आयोजन किया । जिसमें समिति के सदस्यों के अलावा विभिन्न क्षेत्रों से ब्रतधारी महिलाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर अध्यक्ष डा. सत्या पाण्डेय, पुष्पा मिश्रा, नम्रता तिवारी, डा. भारती पाण्डेय, मनीषा चतुर्वेदी, सुमन चतुर्वेदी,शशि त्रिपाठी, सविता कालिया, डा. सुधा पाण्डेय, अंकिता, जूही, मीना, शालू, श्र्वेता,सोनिका ,कंचन, प्रीति, प्रतिक्षा, आस्था, दिव्या आकांक्षा, उषा,रंजू प्रिया, संगीता,सहिता अन्य ब्रतधारी महिलाएं एवं युवतियों ने हिस्सा लिया

करवा चौथ : सुहाग की सलामती के लिए मांगी दुआएं


हमारे संवाददाता, गोरखपुर : महिलाओं के सौभाग्य का व्रत करवा चौथ बुधवार को परंपरागत रूप से आस्था व श्रद्धा के साथ मनाया गया। सुहागिनों ने निराजल व्रत रहकर सुहाग की सलामती के लिए दुआएं मांगी, लेकिन चन्द्र दर्शन के लिए उन्हें काफी इन्तजार करना पड़ा। चांद भी ऐसा कि बादलों से लुकाछिपी का खेल खेलता रहा। कई स्थानों पर घनघोर बदली की वजह से घण्टों से प्रतीक्षा कर रहीं सुहागिनों को चंद्र दर्शन तो नहीं हो पाया, लेकिन चंद्रोदय तिथि के बाद चंद्रमा को मानक मान कर पति की उपस्थिति में महिलाओं ने पूजा करने के बाद पारण किया। सुबह से ही भक्ति, आस्था तथा दृढ़ विश्र्वास से लबरेज हमारी परंपरा प्रेम की वेदी पर बैठ गयी थी। महिलाओं ने सुबह स्नानादि के बाद गणेश-गौरी का पूजन कर पति की दीर्घायु के लिए निराजल व्रत का संकल्प लिया। शाम को सूर्य के ढलने के साथ ही पूजन की तैयारी शुरू कर दी। करवा (चावल के आटा का चंद्राकार) बनाया जिसमें चार चंद्रमा व एक सूर्य का प्रतीक था। सभी संभव व्यंजन घरों में बनाये गये। देर शाम तक चंद्रमा के उदय होने के इंतजार में व्रती महिलाएं बैठी रहीं। सायं 7.35 बजे चंद्रोदय समय के बाद महिलाओं के इंतजार की घड़ी खत्म हुई, वे छत पर गयीं लेकिन कहीं चांद नजर नहीं आया। कुछ महिलाओं ने चांद का दर्शन मानकर ब्रत तोड़ लिया लेकिन बादलों से लुकाछिपी खेलता चांद 8.30 बजे एकाएक आसमान में दिखने लगा। फिर तो सबने चांद के दीदार किए। चंद्र दर्शन करवा चौथ व्रत का केन्द्रीय तत्व है। चंद्र दर्शन के बाद ही यह व्रत पूर्ण माना जाता है लेकिन इस बार चांद ने व्रती महिलाओं को खूब झकाया। कई महिलाओं को जब चांद नजर नहीं आया तो पुरोहितों की सहायता से यह निर्णय लिया गया कि चंद्रमा का मानक उदय मानकर पूजा पूर्ण की जाय और महिलाओं ने वही किया। चंद्रमा को मानक मानकर उन्हें अ‌र्घ्य दिया गया। फिर शुरू हुई पूजा। महिलाओं ने गणेश-गौरी की पूजा के बाद पति की आरती उतारी और दोनों ने एक- दूसरे को जल पिलाया। फिर महिलाओं ने पति को भोजन कराकर स्वयं प्रसाद ग्रहण किया।


Dainik Jagran Page 4 - 8 October 2009

Sunday, October 4, 2009

धूमधाम से निकली विष्णु महायज्ञ की कलश यात्रा



हमारे संवाददाता, गोरखपुर : विष्णु मंदिर परिसर असुरन में आयोजित विष्णु महायज्ञ की शोभायात्रा शनिवार को धूमधाम से निकाली गयी। शोभायात्रा में 1001 कलशधारी महिला श्रद्धालुओं के साथ भारी संख्या में पुरुष श्रद्धालु भी शामिल हुए। जयघोष व भजन कीर्तन के बीच झांकियों से सुसज्जित शोभायात्रा लोगों के आकर्षण का केन्द्र रही। विष्णु मंदिर पर महायज्ञ के अलावा अखंड हरिनाम संकीर्तन, विष्णु पुराण पाठ, श्रीमद्भागवत कथा व रामलीला का आयोजन किया गया है। सभी कार्यक्रम मानस उत्थान समिति, विष्णु भगवान कमेटी व सर्व धर्म चेतना सेवा संस्थान द्वारा आयोजित है। कार्यक्रम का समापन 11 अक्टूबर को होगा। झांकियों के साथ शोभायात्रा विष्णु मंदिर असुरन से शुरू होकर विशाल चौराहा, गीता वाटिका रोड व असुरन होते हुए विष्णु मंदिर में पहुंचकर समाप्त हुई। शोभायात्रा निकलने से पूर्व सुबह पांच बजे अयोध्या से आए बाबा मोहन दास की देखरेख में अखंड हरिनाम संकीर्तन शुरू हुआ जो अनवरत नौ दिनों तक चलेगा। विष्णु पुराण पाठ के मुख्य पुरोहित ऋषिकेश के पं. रामपदारथ वेदान्ती हैं। कार्यक्रम में मानस उत्थान समिति के अध्यक्ष राधेश्याम श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष सुरेश चंद खन्ना, महामंत्री सुनील कुमार श्रीवास्तव, प्रबंधक गुलाब चंद लाल, उप प्रबंधक प्रेम नारायण पाण्डेय, कोषाध्यक्ष होरीलाल गुप्त, स्वतंत्र चेतना के प्रधान संपादक व मुख्य यजमान आर.सी. गुप्ता, दुर्गा प्रसाद वैश्य, चेतनानंद वैश्य, आनंदजी वैश्य, डॉ. सत्या पाण्डेय की सक्रिय भागीदारी रही।
Dainik Jagran; 04 Oct 2009

पर्यावरण की सुरक्षा एक बड़ी समस्या : डॉ. सत्या पाण्डेय

हमारे संवाददाता, गोरखपुर : महिला सर्वोदय मंडल की पूर्व अध्यक्ष डॉ. सत्या पाण्डेय ने कहा कि आज पर्यावरण की सुरक्षा एक बड़ी समस्या बन गयी है। उन्होंने सुरक्षा एवं बागवानी विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला। नेपाल क्लब में बुधवार को आयोजित महिला सर्वोदय मंडल की सभा का केन्द्रीय विषय पर्यावरण पर डॉ. पाण्डेय बोल रही थीं। उन्होंने देशी खाद के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रसोई में दाल, सब्जी का पानी, पेड़ों की पत्तियां पौधों की जड़ों में डाले तो वे काफी उपयोगी होती हैं। उन्होंने कहा कि हरसिंगार व तुलसी का पौधा हर घर में होना चाहिए, इनमें देवता का वास होता है। अध्यक्ष मंजू अग्रवाल व सचिव शशि अग्रवाल ने खेल प्रतियोगिताएं कराई जिसमें वंदनवार सजाओ, गमला सजाओ आदि प्रतियोगिताएं शामिल थीं। प्रतियोगिता में श्रीमती सावित्री दास, सुधा मोदी, वीथिका मेथस आदि सदस्याओं ने भाग लिया। मंडल की भूतपूर्व अध्यक्ष व महापौर श्रीमती अंजु चौधरी ने विजयी प्रतिभागियों- वीथिका मेथस, सत्या पाण्डेय व सावित्री दास को पुरस्कृत किया।
Dainik Jagran; 01 Oct 2009

Tuesday, September 22, 2009

जीवन में पराशक्ति कृपा जरूरी : डा. सत्या पाण्डेय




हमारे संवाददाता, गोरखपुर : राष्ट्र रक्षा, विश्र्व कल्याण, मानव में प्रेम की उत्पत्ति पराशक्ति व देवताओं की कृपा से होती है। जब हम देवताओं की स्तुति करते हैं तो उन्हें हव्य प्रदान करते हैं, तो वे प्रसन्न होकर हम लोगों को आशीर्वाद देते हैं। देवताओं की स्तुति करना हमारे परम कर्तव्य हैं। यह बातें अखिल भारतीय महिला ब्राह्मण समिति की अध्यक्ष डॉ. सत्या पाण्डेय ने कही। वह बेतियाहाता में रविवार को आयोजित देवी गीत कार्यक्रम में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि पराशक्ति महादेवी ही सृष्टि की कर्ता-धर्ता हैं। इसके पूर्व देवी गीत का प्रारंभ माता की ज्योति स्थापित करके हुआ। देवी गीत प्रस्तुत करने वालों में समिति की उपाध्यक्ष श्रीमती पुष्पा मिश्रा व नम्रता त्रिपाठी, पूनम त्रिपाठी, शशि, डॉ. सुधा पाण्डेय, मंजू शुक्ला, मीना, नेहा, ऊषा, शालिनी, प्रीति, प्रतीक्षा, जूही, दिव्या, श्र्वेता, शालू, अनुपमा, कंचन, सोनी, रजनी, नेहा सिंह, डोली, नेहा, दर्शिका, दीक्षा, कमला, नीलम, प्रिया, स्नेहा, मोनिका, कुसुमलता, रीना, गुंजा, मधु, सुनैना, रोहिणी श्रीवास्तव, आस्था, अनीता, सिल्की, सांची, आकांक्षा, प्रियंका, कंचन व रंजना थीं|
Dainik Jagran, Gorakhour, Page 7 Sept 21, 2009

Friday, April 10, 2009

महिलाएं उदासीनता तोड़ें, लोकतंत्र संवरेगा


गोरखपुर में 
दैनिक जागरण के जन जागरण अभियान में आयोजित संगोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि महिलाएं जागरूक हों। अधिकार के साथ ही क‌र्त्तव्यबोध को समझें। उदासीनता तोड़े, संकोच छोड़ें और भयमुक्त हो समाज की मुख्य धारा में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। यह सही है कि भ्रष्टाचार और अपराध से भयाक्रांत महिलाएं सक्रिय राजनीति से परहेज करती हैं लेकिन यह स्वस्थ लोकतंत्र के लिए शुभ नहीं है। समूचा देश में वर्तमान राजनीतिकी व्यवस्था, जनप्रतिनिधियों के क्रियाकलाप और लोकतंत्र की बदनामी पर चिंता प्रकट कर रहा है। समय आ गया है, महिलाओं आगे बढ़कर शतप्रतिशत मतदान करें और लोकतंत्र की बेहतरी में अपना योगदान दें। बुधवार को आयोजित लोकतंत्र में महिलाओं की भूमिका विषयक संगोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि महिलाओं की अधिकतम भागीदारी के बिना लोकतंत्र अधूरा है। गोरखपुर जर्नलिस्ट प्रेस क्लब के सभागार में बतौर मुख्य अतिथि शहर की मेयर श्रीमती अंजु चौधरी ने कहा कि हमारा जनप्रतिनिधि ऐसा होना चाहिए जो राइट एज एंड राइट स्टेज वाला हो। वह आत्मविश्वास से लबरेज हो। उसके सोचने समझने का तरीका व्यवहारिक हो। लोकतंत्र के बेहतरी के लिए जरूरी है कि जनप्रतिनिधि दागी और अपराधी न हो। अध्यक्षता करते हुए गोरखपुर विश्र्वविद्यालय की प्रोफेसर विपुला दूबे ने कहा कि आज भी लोकतंत्र में महिलाओं की भागीदारी का प्रतिशत बहुत कम है। महिलाओं को यह समझना होगा कि एक वोट कितना मजबूत है जो लोकतंत्र की दशा और दिशा बदल सकता है। लोकतंत्र की मजबूती के लिए यह आवश्यक है कि महिलाएं अपने मताधिकार का प्रयोग सही प्रत्याशी के चुनाव के लिए करें। विश्र्वविद्यालय की उपाचार्य डा. विनीता पाठक ने महिलाओं के आरक्षण मुद्दे पर बहस छेड़ी। उन्होंने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि महिलाओं को संसद में तैंतीस प्रतिशत आरक्षण मिले, जिससे वे लोकतंत्र की मुख्य धारा से अपने को जोड़ें और पार्टियां मजबूर होकर महिलाओं को टिकट दें। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र व्यक्ति पर आधारित है इसमें पुरूष व महिलाओं की बराबर की भागीदारी होनी चाहिए। जाति, धर्म, संप्रदाय से ऊपर उठकर महिलाओं को मतदान करना चाहिए। उत्तर प्रदेश अपराध निरोधक शाखा की जोनल सचिव डा. सत्या पांडेय ने कहा कि आखिर क्यों पार्टियां किसी महिला को जनप्रतिनिधित्व का मौका नहीं देतीं? ऐसा हो तो लोकतंत्र में उनकी स्थिति अपने आप मजबूत हो जाएगी। डा. उमा सराफ ने भी महिलाओं की उपेक्षा के लिए दलों को कोसा और महिलाओं के लिए कहा कि जितना वे अपने अधिकार के प्रति सजग हैं, दायित्व के प्रति भी सतर्क हों। जागरूकता से ही परिवर्तन संभव है। गोरखपुर महिला उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमण्डल की जिलाध्यक्ष श्रीमती नीलम वासनीवाल ने कहा कि प्रत्याशी ऐसा होना चाहिए जो जनता का दुख दर्द समझे सके। जनता से सीधा संवाद स्थापित कर सके। यही नहीं महिलाएं अपनी सोच बदलें और कोई पद पाने के उपरान्त पुरुष रूपी रिमोट से संचालित न हों। अग्रवाल महिला समिति की संस्थापक अध्यक्ष श्रीमती विमला दास ने कहा कि स्वयं जागरूक होने के साथ ही पास-पड़ोस की महिलाओं को भी जागरूक कर वोट देने के लिए प्रोत्साहित करना होगा। इनर व्हील की अध्यक्ष चेरी सेठ ने किरण बेदी का उदाहरण देते हुए लोकतंत्र में महिलाओं की भागीदारी पर जोर दिया। महिलाओं ने खुलकर दैनिक जागरण के इस मंच की सराहना की। गोष्ठी में महिला सर्वोदय मण्डल की प्रमुख एवं प्रख्यात रेकी विशेषज्ञ डा. मिंटी सिंह, श्रीमती राना सिंह, इनर ह्वील क्लब की पूर्व अध्यक्षा हनी श्रीवास्तव, अनीता जालान, करूणा मातनहेलिया, सचिव निकिता कानोडिया, शारदा अग्रवाल, अग्रवाल महिला समिति की अध्यक्ष अनीता श्रीवास्तव, संस्थापक सचिव मंजुल अग्रवाल, सुनीता गुप्ता, अमिता अग्रवाल, सुमन श्रीवास्तव, राधा सिंह, सावित्री दास, मधुलिका सिंह, दीपाली अग्रवाल, नयती मातनहेलिया आदि महिलाओं ने युवा पीढ़ी को जनप्रतिनिधि बनाने, भ्रष्ट नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाने, प्रत्याशियों की न्यूनतम शैक्षिक योग्यता निर्धारित करने, मतदान में महिलाओं की अधिक से अधिक संख्या सुनिश्चित करने, उदासीन जनता को जागरूक करने और विकास के आधार पर अपना जनप्रतिनिधि चुनने पर बल दिया। किसी निजी कारण से कार्यक्रम में न पहुंच सकी प्रो. आदेश अग्रवाल ने दूरभाष पर पुरुष और महिलाओं को शालीन बनने पर जोर दिया और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने पर बल दिया। कार्यक्रम का संचालन विजय कुमार उपाध्याय और प्रेमशंकर मिश्र ने किया। प्रस्तुति- दीपा श्रीवास्त